दर्शक
आंवला/आगरा (उप्र): 25 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तुष्टीकरण की राजनीति को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के गठबंधन का आधार बताते हुए बृहस्पतिवार को दावा किया कि इस गठबंधन के नेता धर्म आधारित आरक्षण देने के मकसद से संविधान बदलने के लिये वोट मांग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के उलट भाजपा राज्यों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) का आरक्षण लूटने के उनके मंसूबे पर 'ताला' लगाने के लिये 400 सीटें मांग रही है।
मोदी ने आगरा और बरेली के आंवला में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित रैलियों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ''इंडी गठबंधन (‘इंडिया’ गठबंधन) के नेता इसलिए वोट मांग रहे हैं ताकि धर्म आधारित आरक्षण देने के लिए संविधान बदल सकें और मैं 400 सीटें इसलिए मांग रहा हूं ताकि प्रदेशों में धर्म के आधार पर आरक्षण देकर एससी-एसटी ओबीसी का आरक्षण लूटने का उन्होंने मंसूबा बना रखा है उसको हमेशा हमेशा के लिए ताला लगा सकूं। आपका हक कोई छीन ना ले इसलिए मुझे 400 सीटों की जरूरत है।''
उन्होंने यादव, कुशवाहा, मौर्य, गुर्जर, राजभर, तेली और पाल समाज समेत पिछड़े वर्गों का जिक्र करते हुए कहा, ''मैं गारंटी दे रहा हूं कि मैं आरक्षण का आपका अधिकार कभी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को छीनने नहीं दूंगा। यह मोदी की गारंटी है।''
मोदी ने कहा कि वर्ष 2024 का चुनाव एक हजार वर्ष की गुलामी की मानसिकता से देश को पूरी तरह से मुक्त करने और भारत के स्वाभिमान को नयी बुलंदी देने वाला चुनाव है।
प्रधानमंत्री ने राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेते हुए कहा कि सपा और कांग्रेस के लोग भाजपा को चिढ़ाने के लिये कहते थे कि रामलला हम आयेंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। उन्होंने कहा, ''आपके आशीर्वाद से हमने मंदिर भी बनवाया, प्रभु राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई। हमने तारीख भी बताई, समय भी बताया, जगह भी बताई और जाकर निमंत्रण भी दिया। मगर उनका अहंकार इतना था कि अपने आप को प्रभु राम से भी बड़ा मानते हैं। उन्होंने मंदिर की प्राण- प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकरा दिया क्योंकि उनका वोट बैंक नाराज हो जाएगा।’’
मोदी ने कहा कि सपा और कांग्रेस ने प्रभु श्रीकृष्ण को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि ‘‘जब वह समुद्र में समा चुकी श्रीकृष्ण की द्वारिका नगरी के दर्शन करने के लिये समुद्र में उतरे थे तब भी कांग्रेस के 'शहजादे' (राहुल गांधी) ने उसका मजाक उड़ाया था। सपा के 'परिवारवादी' लोग भी बेइज्जती करने वालों की आरती उतार रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, "देश ने तुष्टिकरण की राजनीति बहुत देखी है। इस राजनीति ने देश को टुकड़ों-टुकड़ों में बांटकर रख दिया है। सपा और कांग्रेस का गठबंधन घोर तुष्टीकरण में जुटा है। इस चुनाव में कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया है उस पर शत प्रतिशत मुस्लिम लीग की छाप है।"
उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज करते हुए कहा, ''यहां उत्तर प्रदेश में जो दो लड़कों में दोस्ती है इसका भी आधार तुष्टीकरण की राजनीति ही है। दोनों मिलकर भाषण में तो ओबीसी-ओबीसी करते हैं मगर पिछले दरवाजे से ओबीसी का हक छीन कर अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए देना चाहते हैं।''
उन्होंने कहा, ‘‘आजादी के बाद से ही यह स्पष्ट हो गया है कि भारत में धर्म के आधार पर कभी आरक्षण नहीं दिया जाएगा। मगर कांग्रेस ने कभी कर्नाटक में तो कभी आंध्र प्रदेश में और कभी अपने घोषणा पत्र में बार-बार धर्म के आधार पर आरक्षण की वकालत की।’’
मोदी ने कहा, ''अब कांग्रेस ने ठान लिया है कि वह धर्म के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था लाकर रहेगी और इसके लिए कांग्रेस ने तरीका निकाला है कि ओबीसी (अन्य पिछड़े वर्ग) का 27 प्रतिशत कोटा है उसमें से कुछ चोरी कर लिया जाए और धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया जाए।''
मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा, ''कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी... यह सिर्फ अपने परिवार का ही सोच सकती हैं। इन लोगों के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है। क्या उत्तर प्रदेश में सपा को अपने परिवार के बाहर का एक भी यादव ऐसा नहीं मिला जिसे वह टिकट दे सकें। बदायूं हो, मैनपुरी हो, कन्नौज हो, आजमगढ़ हो, फिरोजाबाद हो, सब जगह एक ही परिवार के सदस्यों को टिकट मिला है। ऐसे लोग हमेशा सिर्फ अपने परिवार का ही भला करेंगे।''
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा, ''अब इंडी गठबंधन वालों का यह भी कहना है कि वह आपकी विरासत पर भी लूट करेंगे यानी आपके पिता ने मेहनत करके कुछ बचा कर आपके लिए रखा है जिस दिन वह नहीं रहेंगे तो फिर कांग्रेस गठबंधन ने घोषणा की है कि वह आपके परिवार के लोगों को मिलने से पहले 55 प्रतिशत यानी आधे से ज्यादा सरकार कब्जा कर लेगी। बाकी बचा हुआ आपके नसीब में आएगा।''
उन्होंने दावा किया, ''कांग्रेस का इरादा संस्थाओं का दफ्तरों का भी सर्वे करने का है। यानी अगर किसी पिछड़े, दलित परिवार में दो लोग नौकरी में हैं तो एक नौकरी छीन कर यह लोग उनको देंगे जिनका कांग्रेस के मुताबिक देश के संसाधनों पर पहला हक है। इसलिए यह चुनाव भले है लेकिन उससे भी गंभीर यह मुद्दा है जिस पर सतर्क रहने की जरूरत है।''
मोदी का इशारा वर्ष 2006 में तत्कालीन कांग्रेस नीत गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान की तरफ था जिसमें उन्होंने कथित रूप से देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का बताया था।
मोदी ने किसी का नाम लिये बगैर कहा, ''कांग्रेस के शहजादे की एक्स-रे मशीन अब बहनों-बेटियों की अलमारी में पहुंचेगी। शहजादे की एक्स-रे मशीन लॉकर में पहुंचेगी।’’ उन्होंने कहा कि किसी गरीब मां ने कुछ अपनी बेटी के लिए बचाकर रखा होगा तो उनकी एक्स-रे मशीन वहां भी पहुंचेगी, जिन्होंने मंगलसूत्र दबा कर रखा है वहां भी उनकी एक्स-रे मशीन पहुंचेगी।
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि सपा कांग्रेस की सरकार आई तो वहां डाका डालेगी और यह मैं नहीं कह रहा हूं बल्कि उनके बड़े-बड़े दिग्गज कह रहे हैं। खुद ‘शहजादे’ कह रहे हैं।
उन्होंने जनसभा में मौजूद महिलाओं से पूछा, ‘‘आप बताइए कि आपके पास जो स्त्री धन है, जो मंगलसूत्र है, क्या यह आप किसी को लेने देंगी। सिर कटवा देंगी लेकिन वह कभी नहीं देंगी।"
मोदी ने सपा और कांग्रेस पर हमले जारी रखते हुए कहा कि वे माताओं और बहनों की बचत पर नजर गड़ाये हुए हैं लेकिन माताओं बहनों को संपत्ति का हकदार बनाने के लिए मैं आपका ‘चौकीदार’ बनकर खड़ा हूं। प्रधानमंत्री ने राजस्थान में हुए कथित प्रश्नपत्र लीक मामले का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान में जब कांग्रेस की सरकार थी तब वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी रहे एक सज्जन ने कल एक बड़ा चौंकाने वाला खुलासा किया है। वह कह रहे हैं कि राजस्थान में जो पेपर लीक हुआ था ‘‘उसमें कांग्रेस की गहलोत सरकार खुद शामिल थी।’’
उन्होंने कहा कि इससे बड़ा पाप, इससे बड़ा धोखा मेरे देश के युवाओं के साथ और कुछ नहीं हो सकता।
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