दर्शक
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक बार फिर सीएम की कुर्सी संभाल सकते हैं। सूत्रों के हवाले से आई खबरों में कहा जा रहा है कि सीएम चंपई सोरेन आज रात इस्तीफा दे सकते हैं। जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन का चुनाव से चंद महीने पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालना झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।
छह दिन पहले जेल से बाहर आए हेमंत सोरेन एक बार फिर सीएम बनेंगे। झारखंड के सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों और प्रमुख नेताओं की बैठक में इस पर सहमति बनने की खबर आ रही है। तय हुआ है कि मौजूदा सीएम चंपई सोरेन पद से इस्तीफा देंगे और उनकी जगह हेमंत सोरेन शपथ लेंगे। हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं की गई है।
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के कांके रोड स्थित आवास पर गठबंधन के विधायकों की दोपहर 12 बजे से चल रही बैठक अब भी जारी है। सभी विधायक और नेता अब भी हेमंत सोरेन के आवास के अंदर ही हैं।
इस बैठक की जानकारी देते हुए पार्टी के सूत्र ने कहा, "राज्य में सत्ता परिवर्तन संभव है। यह बैठक महत्वपूर्ण है। राज्य की सत्तारूढ़ गठबंधन पार्टियों के विधायक यहां 11 बजे इकट्ठा हुए। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को रद्द किया गया।" दरअसल, बुधवार को सीएम चंपई सोरेन राज्य के 1500 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटने वाले थे।
सीएम चंपाई सोरेन के कार्यक्रमों को किया गया रद्द
मंगलवार को भी चंपई सोरेन के सभी कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था। उन्होंने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद दो फरवरी को झारखंड के 15वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। नाम न बताने की शर्त पर एक कांग्रेस विधायक ने कहा, "हमें हमारे पार्टियों की तरफ से बुधवार को इस बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए गए थे। यह बैठक झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित की गई।" उन्होंने आगे कहा कि बैठक इस साल के आखिर में होने वाले चुनाव को लेकर तैयार की गई रणनीति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है।
बैठक में ये नेता भी ले रहे हिस्सा
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी इस बैठक में शामिल हो रहे हैं। झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि इस बैठक का एजेंडा राज्य में राजनीतिक विकास है। मुख्यमंत्री के अलावा हेमंत सोरेन के भाई और मंत्री बसंत सोरेन भी इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। झमुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद गांडेय सीट खाली हो गया था। बाद में वहा उप चुनाव कराया गया, जिसमें हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को विधायक के तौर पर चुना गया। जेल से रिहा होने के बाद हेमंत सोरेन ने अपनी पहली रैली में दावा किया कि भाजपा झारखंड में विधानसबा चुनाव पहले कराने की योजना बना रही है।
Become a Member to get a detailed story
- Access to all paywalled content on-site
- Ad-free experience across The PABNA
- Listen to paywalled content
- Early previews of our Special Projects
टिप्पणियाँ
0 टिप्पणी