पीएम मोदी का यूक्रेन दौरा

पीएम मोदी इस समय यूक्रेन दौरे पर हैं और दुनियाभर की नज़रें पीएम मोदी के इस दौरे पर हैं।यूएन के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने एक बड़ा बयान दिया है। प्रवक्ता ने कहा है कि पीएम मोदी का यह यूक्रेन दौरा युद्ध रोकने में कारगार होगा।

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना दो दिवसीय पोलैंड  दौरा खत्म करके यूक्रेन  पहुंच गए हैं। पीएम मोदी पोलिश राजधानी वारसॉ  से यूक्रेन की राजधानी कीव  पहुंचे। इसके लिए पीएम मोदी ने रेल फोर्स वन नाम की खास ट्रेन से सफर किया, जिसमें करीब 10 घंटे का समय लगा। पीएम मोदी कीव में करीब 7 घंटे रुकेंगे और उसके बाद करीब 10 घंटे का सफर करके वापस वारसॉ जाएंगे, जहाँ से उनकी भारत वापसी होगी। कीव में पीएम मोदी भारतीय समुदाय से मिले। इस मुलाकात के दौरान भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।

पीएम मोदी और ज़ेलेन्स्की की हुई मुलाकात

पीएम मोदी यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) के निमंत्रण पर कीव पहुंचे। ऐसे में आज दोनों की मुलाकात भी हुई। पीएम मोदी ने ज़ेलेन्स्की को नमस्कार किया और फिर दोनों ने हाथ मिलाया और साथ ही एक-दूसरे से गले भी लगे।

युद्ध में मारे गए बच्चों को दी दोनों ने श्रद्धांजलि


पीएम मोदी और ज़ेलेन्स्की एक साथ शहीदविज्ञानी प्रदर्शनी (Martyrologist Exposition) पहुंचे। यहाँ दोनों ने रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए बच्चों को श्रद्धांजलि दी।

पीएम मोदी ने इस बारे में कहा कि जंग छोटे बच्चों के लिए विशेष रूप से विनाशकारी है। मेरी संवेदना उन बच्चों के परिवारों के साथ है जिन्होंने अपनी जान गंवाई हैं और मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपना दुख सहन करने की शक्ति मिले

ज़ेलेन्स्की ने कहा कि हर देश में बच्चे सुरक्षा में रहने के हकदार हैं। हमें इसे संभव बनाना होगा

दुनियाभर की हैं नज़रें इस अहम दौरे पर

पीएम मोदी के इस यूक्रेन दौरे पर दुनियाभर की नज़रें हैं। वेस्टर्न लीडर्स के साथ ही मीडिया भी इस दौरे पर नज़र बनाए हुए हैं। पीएम मोदी पहले भारतीय पीएम हैं जो यूक्रेन गए हैं और वो भी इस युद्ध के समय पर, जिससे इस दौरे की अहमियत काफी ज़्यादा है। भारत और रूस के संबंध बेहद ही अच्छे हैं और यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की समेत कई वर्ल्ड लीडर्स भी मानते हैं कि पीएम मोदी इस युद्ध को रुकवा सकते हैं। इस युद्ध पर भारत साफ कर चुका है कि वह दोनों देशों के बीच हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन साथ ही यह भी संदेश दिया है कि किसी भी विवाद का समाधान युद्ध से नहीं, बल्कि शांति से ही निकलता है। ऐसे में पीएम मोदी का यह यूक्रेन दौरा वास्तव में ही रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने में कारगार साबित हो सकता है।