भारत दुनिया की आवाज है-सेबेस्टियन डोमजाल्स्की
cj
cj
पीएम मोदी की यात्रा से पहले भारत में पोलैंड के राजदूत सेबेस्टियन डोमजाल्स्की ने कहा,''भारत दुनिया की आवाज है। मोदी की यात्रा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ताकतवर संदेश देगी कि भारत शांति के पक्ष में हैं। उनकी यात्रा के दौरान, तकनीक, डिफेंस और सुरक्षा बातचीत के अहम मुद्दें रहेंगे ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा पर सुबह रवाना हुएसबसे पहले वो पोलैंड जाएंगेवहां से वो 23 अगस्त को यूक्रेन की यात्रा पर जाएंगेपिछले 45 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली पोलैंड यात्रा हैवहीं यह राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यूक्रेन यात्रा होगीइससे पहले पीएम मोदी जुलाई के दूसरे हफ्ते में रूस और ऑस्ट्रिया की यात्रा पर गए थेभारत और पोलैंड के राजनयिक संबंध में 1954 में स्थापित हुए थेपीएम मोदी से पहले प्रधानमंत्री के रूप में जवाहरलाल नेहरू ने 1955, इंदिरा गांधी ने 1967 और मोरारजी देसाई ने 1979 में पोलैंड की यात्रा की थीभारत यूरोप के दूसरे देशों से संबंध सुधारने पर जोर दे रहा हैप्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले दो कार्यकाल में नरेंद्र मोदी ने 27 बार यूरोप की यात्रा की और 37 यूरोपीय राष्ट्राध्यक्षों और शासकों से मुलाकात कीवहीं डॉक्टर एस जयशंकर ने विदेश मंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में 29 बार यूरोप की यात्रा की और अपने 36 यूरोपीय समकक्षों की दिल्ली में अगवानी कीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोलैंड और यूक्रेन यात्रा को इसी बदली हुई रणनीति का हिस्सा माना जा सकता हैपीएम मोदी ने इसी रणनीति के तहत ऑस्ट्रिया की भी यात्रा की थी

भारत-पोलैंड संबंध

भारत और पोलैंड के बीच व्यापार तेजी से बढा हैदोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार में पिछले 10 सालों (2013-2023)में 192 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है भारत और पोलैंड ने बीते साल 2023 में 5.72 अरब डॉलर (करीब 48 हजार करोड़ रुपए) का आयात-निर्यात कियाइसमें भारत से पोलैंड को 3.95 अरब डॉलर (33 हजार 146 करोड़) का निर्यात और पोलैंड से 1.76 अरब डॉलर (14 हजार 770 करोड़) का आयात शामिल है भारत ने पोलैंड में तीन अरब डॉलर (25 हजार 178 करोड़) से ज्यादा का निवेश किया है इसमें आईटी  (सूचना  प्रौद्योगिकी) और आईसीटी (सूचना-संचार प्रौद्योगिकी) कंपनियां प्रमुख हैंइन भारतीय कंपनियों ने पोलैंड में करीब 10 हजार लोगों को रोजगार दिया हुआ हैइंफोसिस और एचसीएल जैसी कंपनियों की पोलैंड के बाजार में काफी पकड़ हैपोलैंड का भारत में 685 मिलियन डॉलर (पांच हजार 749 करोड़) का निवेश हैअगले साल पोलैंड यूरोपियन यूनियन काउंसिल का अध्यक्ष बनने वाला हैऐसे में राजनीतिक नजरिए से भी पोलैंड के साथ अच्छे संबंध भारत के लिए जरूरी है

भारत और पोलैंड के ऐतिहासिक संबंध

 जामनगर और कोल्हापुर के महाराजाओं के स्मारक पोलैंड में बने हुए हैंमहाराजा जाम साहेब दिग्विजय सिंहजी रणजीतसिंहजी जाडेजा ने द्वितिय विश्वयुद्ध के दौरान पोलैंड के एक हजार से अधिक शरणार्थियों को शरण दी थी इनमें से अधिकांश बच्चे थेये शरणार्थी 1942 से 1948 तक वहां रहे थे भारत में रहे इन लोगों ने बाद में एसोशिएशन ऑफ पोल्स इन इंडिया के नाम से एक संगठन बनाया था ये लोग हर दो साल पर अपना सम्मेलन करते है महाराज की याद में एक स्मारक 2014 में वारसॉ में बनाया गया थापोलैंड में आठ प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों के नाम जामनगर के महाराजा के नाम पर रखा गया हैउन्हें वहां 'गुड महाराजा' माना जाता है

भारत और पोलैंड के संस्कृति संबंध

पोलैंड में संस्कृत बहुत पहले से ही पढ़ाई जा रही है पोलिश विद्वानों ने 19वीं शताब्दी में ही संस्कृत के ग्रंथों का पोलिश भाषा में अनुवाद किया था क्राको में स्थित जगियेलोनियन विश्वविद्यालय को पोलैंड का सबसे पुराना विश्वविद्यालय माना जाता हैवह करीब 600 साल पुराना है इस विश्वविद्यालय में 1860-61 से संस्कृत का अध्ययन किया जा रहा है साल 1893 में वहां संस्कृत पीठ की स्थापना की गई थी वारसॉ विश्वविद्यालय में 1932 में स्थापित ओरिएंटल इंस्टीट्यूट का इंडोलॉजी विभाग मध्य यूरोप में भारतीय अध्ययन का सबसे बड़ा केंद्र है भारतीय भाषाओं, साहित्य, संस्कृति का अध्ययन पोलैंड के कई दूसरे विश्वविद्यालयों में भी किया जाता हैदोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने में योग का भी बड़ा योगदान है पोलैंड में योग का इतिहास 100 साल से अधिक पुराना है ऐसा अनुमान है कि पोलैंड में तीन लाख से अधिक लोग योगाभ्यास करते हैं वहां करीब एक हजार योग सिखाने वाले केंद्र चलते हैं, जिनंमें आठ हजार शिक्षक योग सिखाते हैं 


Become a Member to get a detailed story

  • Access to all paywalled content on-site
  • Ad-free experience across The PABNA
  • Listen to paywalled content
  • Early previews of our Special Projects

cj

PABNA
Official Verified Account

Print & Broadcast News Agency (PABNA) is Uttar Pradesh's premier news agency, with a reach that covers every corner of Uttar Pradesh. It employs more than 100 journalists and 200 stringers to cover almost every city and small town in Uttar Pradesh.

आपकी प्रतिक्रिया?


आपको यह भी पसंद आ सकता हैं

टिप्पणियाँ

https://pabna.in/assets/images/user-avatar-s.jpg
इसके लिए पहली टिप्पणी लिखें!