आखिर विपक्ष को मिला ही गया अपना ‘ नेता ’

21 फरवरी 2014 को विपक्ष की नेता के तौर भाजपा की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज ने 21 फरवरी 2014 विपक्ष के नेता के रूप में अपना भाषण दिया था।

प्रतिपक्ष को नेता मिलने के लिए 10 साल 4 माह 10 दिन का इंतजार करना पड़ा। इतने सालों में सिर्फ प्रतिपक्ष ही नहीं बदला बल्कि प्रतिपक्ष की पूरी तस्वीर भी बदल गई। सत्ता पर राज करने वाले नेता विपक्ष में बैठे दिखाई दिए और विपक्ष के नेता सत्तासीन। राष्ट्रपति अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर करीब पौने दो घंटे तक अपनी बात रखी।इससे पहले 21 फरवरी 2014 को विपक्ष की नेता के तौर भाजपा की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज ने 21 फरवरी 2014 विपक्ष के नेता के रूप में अपना भाषण दिया था। इसके बाद बनी दो बार भाजपा सरकार इतनी बहुमत से बनी कि प्रतिपक्ष के पास नेता प्रतिपक्ष बनने तक के लिए मूलभूत नंबर तक हासिल न कर पाई। राहुल गांधी आज लोकसभा में कई मामलों को लेकर हमलावर रहे।

राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक लेकर कहा कि नीट को कारोबारी परीक्षा बना दी गई है। सरकार पेपर लीक नहीं रोक पा रही है। पिछले सात सालों में 70 बार पेपर लीक हुए हैं। हर व्यक्ति के लिए डर का पैकेज दे दिया गया है। रोजगार तो आपने खत्म करते हुए आपने नीट जैसी प्रोफेशनल स्कीम को आपने कमर्शियल स्कीम में बदल दिया है। ये अब अमीर बच्चों की परीक्षा रह गई है। नीट के छात्रों को अब परीक्षा पर कोई भरोसा नहीं रह गया है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सोमवार को जबरदस्त रूप से पीएम मोदी सरकार पर हमलावर रहे। सदन में सोमवार को कहा कि सत्ता पक्ष ने अग्निवीर योजना लाकर देश की सीमाओं को खतरे में डाल दिया है। इसके साथ ही देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनके आरोपों को गलत बताया।

कृषि नीति को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि किसानों को सड़कों पर लाने का काम भाजपा सरकार ने किया है। इस सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों को नहीं दिया जिसके कारण किसानों को आंदोलन करना पड़ा। किसानों के लिए काले कानून बनाए जिसका जबरदस्त विरोध हुआ तो दबाव में यह कानून वापस लेना पड़ा। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान एमएसपी को लेकर गांधी के आरोपों को खारिज किया।