आंध्र प्रदेश के अधिकारी तेलुगु देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू नायडू के राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरी हो चुकी है। इसके लिए कृष्णा जिले के गन्नावरम मंडल में केसरपल्ली आईटी पार्क के पास 14 एकड़ में एक खूबसूरत आयोजन किया जाएगा।
ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में आज शपथ लेंगे मोहन माझी
चौकीदार के बेटे, आरएसएस संचालित विद्या मंदिर के गुरुजी, गांव के सरपंच…विधायक और अब ओडिशा के मुख्यमंत्री। ये हैं 52 वर्षीय मोहन चरण मांझी जो भाजपा की ओर से ओडिशा के पहले मुख्यमंत्री बनेंगे। विधानसभा में बीजद की 24 साल की सत्ता उखाड़ फेंकने के बाद भाजपा विधायक दल ने मंगलवार को मांझी को नेता चुना। उनके साथ अनुभवनी नेता केवी सिंहदेव और पहली बार की विधायक प्रवति परिदा डिप्टी सीएम होंगे। मांझी बुधवार को सीएम पद की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के बड़े नेता समारोह में मौजूद रहेंगे।
मोहन चरण मांझी नए सीएम भाजपा फिर लाई नया चेहरा
भाजपा ने राजस्थान व मध्य प्रदेश के प्रयोग को दोहराते हुए चर्चित दावेदारों को नकारते हुए मांझी को सीएम बनाकर एक बार फिर चौंकाया है। क्याेंझर जिले की क्योंझर सीट से चार बार के विधायक मांझी साधारण परिवार से हैं। चौकीदार के बेटे मांझी युवावस्था से ही आरएसएस से जुड़े और सरस्वती शिशु मंदिर (कुछ राज्यों में आदर्श विद्या मंदिर) में अध्यापक रहे। बाद में 1997 में रायकला गांव के सरपंच पद से राजनीति शुरू करने के बाद अब चौथी बार विधायक बने हैं।
युवा आदिवासी नेता
युवा आदिवासी नेता के रूप में मांझी ओडिशा में भाजपा के संगठन विस्तार व चुनावी रणनीति बनाने में प्रमुख भूमिका में रहे। तेजतर्रार विधायक और वक्ता के रूप में पहचाने जाने वाले मांझी को विधानसभा में 700 करोड़ का मिड-डे मील दाल खरीद घोटाला उठाते हुए स्पीकर के पोडियम पर अधपकी दाल फेंकने के मामले में सदन से निकाला गया था। सीएम चुने जाने के बाद मांझी ने इसे भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद बताया और कहा कि उनकी सरकार ओडिशा के लोगाें के विश्वास का सम्मान करेगी।