क्या है नक्षत्र
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भारत के आचार्यों ने आकाश मंडल को 27 नक्षत्रों में बांटा था। दरअसल ये नक्षत्र आकाश मंडल में तारों के समूह हैं। इस नक्षत्र के स्वामी सूर्य और राशि के स्वामी शुक्र हैं। यह नक्षत्र आकाश मंडल में अग्निशिखा की तरह दिखाई देता है और वृषभ राशि के पास यह 6 तारों का समूह नजर आता है। हालांकि ये सैकड़ों तारों का समूह है। कृतिका नक्षत्र का नाम भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय के नाम पर पड़ा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस नक्षत्र में जिन लोगों का जन्म होता है, वे काफी तेजस्वी और तेज बुद्धि वाले होते हैं। आइए जानते हैं कृतिका नक्षत्र में पैदा होने वाले लोगों की खूबियां
विद्वान होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग
वैदिक ज्योतिष के अनुसार कृतिका नक्षत्र का कुछ अंश मेष और बड़ा भाग वृषभ राशि में आता है। इस नक्षत्र के पहले चरण में जन्मे लोगों की राशि मेष होती है, इसके स्वामी मंगल हैं और शेष तीन चरणों में जन्म लेने वालों की राशि वृषभ होती है। इसके स्वामी शुक्र होते हैं। कृतिका नक्षत्र का वर्ण वैश्य, महावैर योनि वानर, वश्य चतुष्पद, गण राक्षस, योनि मेढ़ा है। इस तरह लोगों पर मंगल, सूर्य और शुक्र का जीवनभर प्रभाव रहता है। इस नक्षत्र के स्वामी सूर्य हैं। इसके चलते इस नक्षत्र में जन्मे लोगों की रूचि पढ़ने-लिखने में अधिक होती है। ये लोग प्रायः उच्च शिक्षा ग्रहण करते हैं और ये कई विषयों के ज्ञाता बनते हैं।
धन कमाने में होते हैं माहिर
कृतिका नक्षत्र के लोगों में आत्मसम्मान का भाव खूब होता है। इनको जल्दी भरोसा नहीं होता है। खाने के मामले में बहुत शौकीन होते हैं। इनका रूझान रचनात्मक कार्यों जैसे गायन, नृत्यकला, सिनेमा आदि में बहुत दिखता है। ये धन कमाने में माहिर होते हैं और कड़ी मेहनत से अपना मुकाम बनाते हैं। जीवन में प्रगति के लिए यह जीरो से शुरू करते हैं और शिखर तक पहुंचते हैं। काम में ईमानदार होते हैं और समय पर काम करने की आदत के चलते कार्यक्षेत्र में हर कोई इनका सम्मान करता है। लक्ष्य के लिए कड़ा परिश्रम करने वाले होते हैं।
निडर होते हैं कृतिका नक्षत्र में जन्मे लोग
कृतिका नक्षत्र में जन्मे लोग जल्दी किसी रिश्ते में नहीं बंधते लेकिन जब इनको कोई पसंद आ जाए तो जिंदगी भर उसका साथ देते हैं। ये पार्टनर के प्रति ईमानदार और उदार स्वभाव वाले होते हैं। यह विवाह अपनी मर्जी से करना पसंद करते हैं। इनके अंदर हर किसी से रिश्ता बनाने की प्रतिभा होती है। परिवार के प्रति पूरी जिम्मेदार होते हैं और हर सदस्य की जरूरत का ध्यान रखते हैं। कुंटुब में इनकी अलग पहचान होती है। बड़ी से बड़ी समस्याओं में भी निडर होते हैं। नकारात्मक विचारों से दूर रहना इनको पसंद है।
जन्मस्थान से दूर होता है भाग्योदय
कृतिका नक्षत्र के लोग अपने काम को बढ़ाते रहते हैं, जिससे इनका सामाजिक क्षेत्र बड़ा होता है। इसके चलते बड़े लोगों से इनकी जान-पहचान होती रहती है। हालांकि पुरानी मान्यताओं के प्रति इनका लगाव रहता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिलाएं माता-पिता की अकेली संतान होती हैं या फिर भाई-बहन होते हुए भी उनके प्यार से वंचित रहती हैं। इस नक्षत्र के लोगों का भाग्योदय जन्म स्थान से दूर होता है इसलिए इनको यात्रा करना बहुत पसंद है। ये ज्यादातर मित्रों के साथ और प्रियजनों के साथ वाहन घूमने का प्लान बनाते रहते हैं।
सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कृतिका नक्षत्र के लोगों को अनजान व्यक्ति से बात करते समय सभ्य दिखने की कोशिश करनी चाहिए। काम के प्रति दवाब के चलते इनके व्यवहार में रूखापन देखने को मिलता है, जिससे इनको कई बार नुकसान होता है। इनको स्वास्थ्य को लेकर काफी सचेत रहना चाहिए। इनको नाक संबंधित रोग होने की अधिक आशंका बनी रहती है। भोजन के प्रति असावधानी रोग का कारण बनती है।