प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के चतरा लोकसभा क्षेत्र के सिमरिया में शनिवार को चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि तीन चरणों के मतदान के बाद ही इंडी गठबंधन वाले अपनी हार मान चुके हैं। उन्हें इतनी भी सीटें नहीं मिल रही हैं कि लोकसभा में विपक्ष की मान्यता मिल सके। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि शहजादे को उनकी उम्र से भी कम सीटें मिल रही हैं। प्रधानमंत्री ने चतरा से भाजपा के कालीचरण सिंह और हजारीबाग सीट से मनीष जायसवाल के लिए वोट मांगे और कहा कि आज उमड़ी भीड़ बता रही है कि 4 जून के नतीजे क्या होंगे।
"चोरों-लुटेरों को आपका बेटा मोदी जेल भेजकर रहेगा," झारखंड की झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार को भ्रष्ट बताते हुए पीएम मोदी ने कहा। "झारखंड के कांग्रेस सांसद, मंत्री, मंत्री के पीए और पीए के नौकर के घर से जिस तरह नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं, उससे शर्म से आंखें झुक जानी चाहिए, लेकिन इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। जब कर्मचारियों के घरों से करोड़ों निकल रहे हैं तो इनके मालिकों के घर से कितना निकलेगा।"
"आरक्षण का मुद्दा उठाते हुए," पीएम मोदी ने कहा, "झामुमो-कांग्रेस-राजद के लोग पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना चाहते हैं। आंध्र प्रदेश में इन लोगों ने यही किया। इनकी चली तो ये देश में भी यही करेंगे। बाबा साहेब अंबेडकर भी धर्म के नाम पर आरक्षण के पक्ष में नहीं थे, लेकिन इंडी गठबंधन वाले यह मानने को तैयार नहीं। लालू प्रसाद यादव का नाम लिए बगैर पीएम ने कहा कि बिहार और झारखंड में जं
"आदिवासी की बेटी को राष्ट्रपति बनाने की राह में रोड़े अटकाया," प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अपमान का आरोप लगाया। "एक तो इन्होंने आदिवासी की बेटी को राष्ट्रपति बनाने की राह में रोड़े अटकाने की कोशिश की और अब उन्हें अपमानित कर रहे हैं। राष्ट्रपति अयोध्या में रामलला के दर्शन करने गईं तो 18वीं शताब्दी की सोच वाली कांग्रेस के नेता ने मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि मंदिर अपवित्र हुआ है। वे मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे। उन्होंने पूछा कि क्या राष्ट्रपति का, एक आदिवासी की बेटी का अपमान बर्दाश्त किया जाना चाहिए?
"मैंने गरीबी देखी है, भूख का अनुभव किया है," पीएम मोदी ने कहा। "मैं चाहता हूं कि कोई बच्चा भूखा न सोए, इसलिए 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है, लेकिन झारखंड की सरकार ने यहां झारखंड में राशन बांटने की व्यवस्था तबाह कर रखी है। अयोध्या में पांच सौ साल के संघर्ष के बाद राम मंदिर बना था। वह जब वनवास पर निकले थे तो राजकुमार राम थे, लेकिन 14 वर्षों के बाद जब लौटे तो मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम थे। उन्होंने 14 साल आदिवासियों के बीच काटे। हम राम की पूजा करते हैं और राम को प्रभु बनाने वाले आदिवासियों की भी पूजा करते हैं, लेकिन इंडी गठबंधन वालों को आदिवासियों का गौरव बर्दाश्त नहीं होता।"