अखिलेश यादव ने मनाया खजांची का 8वां बर्थडे ।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 8 साल के बच्चे खजांची का जन्मदिन सेलिब्रेट किया। हर साल करते हैं सेलिब्रेट।इसके साथ ही उन्होंने नोटबंदी के जरिए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।

आज से 8 साल पहले यानी 8 नवंबर 2016 की रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नोटबंदी का ऐलान किया था इसके बाद बैंकों में पुराने नोट बदलने के लिए लंबी कतारें लगने लगी थींइसी बीच 2 दिसंबर 2016 को कानपुर देहात की एक महिला ने बैंक की लाइन में ही एक बच्चे को जन्म दिया था, तब उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार थी. बच्चे ने बैंक की लाइन में जन्म लिया, तो अखिलेश यादव ने इसका नाम खजांची रख दिया तभी से अखिलेश यादव हर साल 8 नवंबर को नोटबंदी को याद दिलाने के लिए उस बच्चे खजांची के जन्मदिन के तौर पर मनाते आ रहे हैं

अखिलेश हर साल सेलिब्रेट करते हैं खजांची का बर्थडे

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पिछले 7 साल से खजांची का बर्थडे सेलिब्रेट करते आ रहे हैं इस बार यानी 8 नवंबर 2024 (नोटबंदी वाली तारीख) को उन्होंने खजांची का 8वां बर्थडे सेलिब्रेट किया. खजांची सूट पहनकर अखिलेश यादव के पास पहुंचा, तो हैप्पी बर्थडे का गाना बजा उसे लड्डू खिलाया गया अखिलेश यादव की तरफ से उसे घड़ी और साइकिल गिफ्ट की गई हर साल अखिलेश यादव खजांची और उसके परिवार को बुलाकर ऐसे ही जन्मदिन मनाते हैं 

इसके साथ ही उन्होंने नोटबंदी को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा   अखिलेश ने X पर पोस्ट किया कि नोटबंदी का असर स्लो पॉइजन जैसा हुआ पिछले 8 साल में इसने किसान, मज़दूर, मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा, पेशेवर लोग और छोटे दुकानदार-व्यापारी, रेहड़ी-पटरी-फेरीवालें सबको अपना शिकार बनाया है समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने 8 साल के बच्चे खजांची का जन्मदिन सेलिब्रेट कियाउन्होंने इस बात की जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए शेयर की इसके साथ ही उन्होंने नोटबंदी के जरिए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा

 

अखिलेश यादव ने X पर लिखा कि नोटबंदी की लाइन में जन्मा खजांची 8 साल का हो गया है।

 नोटबंदी की नाकामयाबी का इतिहास भी इतने ही साल पुराना हो गया।

 अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी दुनिया के आर्थिक इतिहास की सबसे भ्रष्ट घटना है।

 नोटबंदी भाजपा के भ्रष्टाचार का महासागर साबित हुई. नोटबंदी के समय जितने भी दिखावटी टारगेट रखे गए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ।

अखिलेश यादव ने पोस्ट किया कि नोटबंदी का असर स्लो पॉइजन जैसा हुआ. पिछले 8 साल में इसने किसान, मज़दूर, मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा, पेशेवर लोग और छोटे दुकानदार-व्यापारी, रेहड़ी-पटरी-फेरीवालें सबको अपना शिकार बनाया है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी, भाजपा की वोटबंदी का कारण बनी है। नोटबंदी ने मंदी लाकर बहुत सारे काम-कारख़ानों पर ताला लगाया है अब यही भाजपा की सत्ता की तालेबंदी करेगी।