जनवरी में मिल सकता है यूपी में भाजपा को नया अध्यक्ष, इस चेहरे पर दांव लगा सकती है पार्टी

उत्तर प्रदेश में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि अगले साल जनवरी तक पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है।

अगले साल जनवरी तक यूपी में भाजपा को नया अध्यक्ष मिल सकता है। भाजपा संगठन चुनाव के लिए कल दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, मुख्य चुनाव अधिकारी मौजूद रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी प्रदेशों के चुनाव अधिकारियों और प्रदेश प्रभारियों को जिला, मंडला, क्षेत्र व प्रदेश स्तरीय संगठन के चुनाव की प्रक्रिया तुरंत शुरू करने को कहा है। ऐसे में यूपी को जनवरी तक भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है।

न चेहरों पर दांव लगा सकती है पार्टी 

मंडल के बाद 98 संगठनात्मक जिलों में नए जिलाध्यक्ष बनाए जाएंगे। जिलाध्यक्ष के बाद अवध, काशी, गोरखपुर, कानपुर-बुंदेलखंड, ब्रज और पश्चिम क्षेत्र का चुनाव होगा। सबसे अंत में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर ब्राह्मण या दलित चेहरे पर दांव खेल सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी में भाजपा की नाराजगी से भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ आरएसएस भी चिंतित है। लोकसभा चुनाव में दलित वोट बैंक भाजपा से सपा को शिफ्ट हुआ। ऐसे में दलित वर्ग को साधने के लिए भाजपा किसी दलित चेहरे को प्रदेश में नेतृत्व सौंप सकती है। यूपी भाजपा में अभी तक कोई दलित प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं रहा है।

आज जारी हो सकती उम्मीदवारों की सूची

प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की सूची आज जारी हो सकती है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने खुद इसका संकेत दिया है। उन्होंने दिल्ली में कहा कि प्रदेश कोर कमेटी ने प्रत्याशियों के नाम का पैनल शीर्ष नेतृत्व को भेजा था। केंद्रीय चुनाव समिति ने इसे मंजूरी दे दी है। चौधरी ने बताया कि प्रदेश भाजपा ने एक सप्ताह पहले हर सीट के लिए तीन नाम का पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था। समिति ने पैनल में से ही प्रत्याशियों का चयन किया है।