बंपर कमाई का मौका City Union Bank सहित ये स्टॉक्स करा सकते हैं लाभ! 38% तक तेजी की उम्मीद

फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस सहित इन पांच स्टॉक पर सकारात्मक रुझान पेश किया है, एक्सपर्ट्स ने कहा कि ये स्टॉक अगले कुछ तिमाहियों में 38 से 40 प्रतिशत तक का मुनाफा दे सकते हैं.

नई दिल्ली: ग्लोबल मार्केट में मंदी के आशंकाओं ने अगस्त महीने के पहले हफ्ते में शेयर बाजार में भारी उतार चढ़ाव देखने को मिला. 1 अगस्त को रिकॉर्ड 25,010 के हाई लेवल पर बंद होने के बाद बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स 9 अगस्त तक 2.5% से अधिक टूट चुका था. मिडिल ईस्ट में जियो-पॉलिटिकल टेंशन, चीन में मंदी की आशंका, जापानी येन की मजबूती और अमेरिका में कमजोर मैक्रोइकॉनोमिक डेटा ने दुनिया भर के निवेशकों को डरा दिया था. हालांकि विशेषज्ञों ने फाइनेंस से जुड़े ऐसे पांच स्टॉक का चुनाव किया है, जो आगामी कुछ दिनों में 38 प्रतिशत की बढ़त हासिल कर सकते हैं.

फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस


जून महीने में इस नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन (NBFC) में 37% साल-दर-साल वृद्धि के साथ नेट प्रॉफिट दर्ज किया गया है. चुनाव प्रभाव के बावजूद मजबूत व्यावसायिक गति के कारण प्रदर्शन में वृद्धि हुई. AUM में साल-दर-साल 36% की वृद्धि हुई. मैनेजर 2024-25 में एयूएम में 30% से अधिक वृद्धि की उम्मीद जता रहे हैं.

सिटी यूनियन बैंक


इस प्राइवेट सेक्टर बैंक ने स्टैबल क्रेडिट कॉस्ट के बदौलत जून तिमाही में नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर 16% की वृद्धि दर्ज की है. यह रॉयटर्स-रिफाइनिटिव अनुमान से 4.8% अधिक है. सालाना आधार पर 10% लोन वृद्धि को निचले आधार और गोल्ड लोन में वृद्धि का समर्थन प्राप्त था. मैनेजरों को आने वाली तिमाहियों में दोगुना लोन वृद्धि की उम्मीद है.

मैक्रोटेक डेवलपर्स


रियल एस्टेट डेवलपर मैक्रोटेक डेवलपर्स ने जून तिमाही में 20% प्री-सेल्स ग्रोथ के साथ शानदार प्रदर्शन दर्ज किया है. EBITDA मार्जिन में 620 बेसिक प्वाइंट्स की बढ़ोतरी हुई, जबकि PAT में सालाना आधार पर 166% का इजाफा हुआ है. इसने तिमाही के दौरान 3,000 करोड़ रुपये के GDV (सकल विकास मूल्य) के साथ नई प्रोजेक्ट्स शुरू किए और 2024-25 की अगली तीन तिमाहियों में 12,000 करोड़ रुपये के GDV के साथ कई नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने की प्लानिंग कर रहा है.

सागर सीमेंट्स


सागर सीमेंट्स ने जून तिमाही के दौरान ऑपरेशन में कमी के बीच 32.2 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया है. जो पिछले साल की समान तिमाही में दर्ज 42 करोड़ रुपये के मुकाबले कम है. चुनावों और प्रतिकूल मौसम के कारण कम डिमांड ने तिमाही के दौरान प्रदर्शन को प्रभावित किया. विश्लेषकों को उम्मीद है कि 2024-25 की तीसरी तिमाही में प्राइस डिटर्मिनेशन और डिमांड में सुधार होगा.