झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद कैबिनेट का विस्तार किया है। राजभवन में आयोजित एक समारोह में अपराह्न चार बजे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने 11 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। हेमंत सोरेन के लिए सीएम की कुर्सी छोड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भी मंत्री बनाए गए हैं। हालांकि वह पूर्व की हेमंत सोरेन कैबिनेट में भी मंत्री रह चुके हैं।
इन नेताओं को दिलाई गई मंत्री पद की शपथ
चंपई सोरेन के अलावा जिन मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है, उनमें कांग्रेस के डॉ. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, झामुमो के मिथिलेश ठाकुर, दीपक बिरुआ, वैद्यनाथ राम, हफीजुल हसन एवं बेबी देवी और राजद के सत्यानंद भोक्ता शामिल हैं। इन दो मंत्रियों को नहीं मिली कैबिनेट में जगह
हालांकि इस बार के कैबिनेट विस्तार में हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और कांग्रेस कोटे के मंत्री बादल पत्रलेख को इस बार ड्राप किया गया है। इस बार तीन नए चेहरों को कैबिनेट में जगह दी गई है। इनमें कांग्रेस कोटे से डॉ. इरफान अंसारी एवं दीपिका पांडेय सिंह और झामुमो कोटे से वैद्यनाथ राम शामिल हैं। इरफान अंसारी को जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के स्थान पर कैबिनेट में अल्पसंख्यक चेहरे के रूप में जगह दी गई है, जबकि दीपिका पांडेय सिंह को ड्रॉप किए गए मंत्री बादल की जगह रिप्लेस किया गया है। वहीं, झामुमो कोटे से बसंत सोरेन (हेमंत सोरेन के छोटे भाई) को रिप्लेस कर वैद्यनाथ राम को जगह दी गई है।
31 जनवरी को ED ने हेमंत को किया था गिरफ्तार
ईडी ने हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में इसी साल 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनकी जगह उनके मंत्रिमंडल में शामिल रहे चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को सीएम की कुर्सी संभाली थी। 28 जून को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए और उसके छठे दिन ही चंपई सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद अगले दिन 4 जुलाई को हेमंत सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली। उनकी सरकार ने सोमवार को ही विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र में विश्वास मत हासिल किया।