हेमंत सोरेन तीसरी बार बने मुख्यमंत्री, राज्यपाल ने दिलाई शपथ

हेमंत सोरेन गुरुवार को तीसरी बार 154 दिनों बाद फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं। 2009 के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में वह दुमका सीट से पहली बार विधायक चुने गए थे। जुलाई 2013 में हेमंत ने पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।

झारखंड में एक बार फिर नेतृत्व परिवर्तन हुआ है। हाल ही में जेल से रिहा हुए हेमंत सोरेन ने गुरुवार को तीसरी बार राज्य के सीएम पद की शपथ ली है। इससे पहले बुधवार को चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद चंपई सोरेन ने ही विधायक दल के नेता और राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इसके बाद हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया।

झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं। वे राज्य के तीन बार के सीएम शिबू सोरेन के बेटे हैं। हेमंत सोरेन के प्रारंभिक जीवन को देखें तो उनका जन्म 10 अगस्त 1975 को शिबू सोरेन और रूपी सोरेन के घर हुआ था। हेमंत ने 1990 में पटना के एमजी हाई स्कूल से मैट्रिक की पढ़ाई की। इसके बाद 1994 में पटना हाई स्कूल से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने रांची के बीआईटी (मेसरा) में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया और लेकिन कुछ कारणों से पढ़ाई पूरा नहीं कर पाए। पढ़ाई के बाद हेमंत ने इंजीनियरिंग फर्मों के साथ काम किया। हेमंत की शादी कल्पना सोरेन से हुई है और उनके दो बेटे हैं।

हेमंत सोरेन ने गुरुवार शाम 4.55 बजे झारखंड के सीएम के रूप में शपथ ले ली है। कुल 154 दिनों के बाद उन्होंने एक बार फिर यह दायित्व संभाला है। राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। कैबिनेट के बाकी मंत्रियों को 7 जुलाई या किसी और दिन शपथ दिलाई जाएगी। समारोह में निवर्तमान सीएम चंपई सोरेन, झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर सहित इंडिया गठबंधन की झारखंड इकाई के शीर्ष नेता मौजूद रहे। 

सोरेन को इसी साल 31 जनवरी को ईडी ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था और उन्होंने उसी रोज रात 8.30 बजे सीएम पद से इस्तीफा दिया था। उनकी जगह उनके मंत्रिमंडल में शामिल रहे चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को सीएम की कुर्सी संभाली थी। 28 जून को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए और उसके सातवें दिन ही उन्होंने एक बार फिर सीएम की कुर्सी संभाल ली है। सीएम के रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल है। इसके पहले 29 दिसंबर 2019 को उन्होंने विधानसभा चुनाव में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की जीत के बाद दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली थी। 

13 जुलाई 2013 को पहली बार बने थे मुख्यमंत्री

 

वह 13 जुलाई 2013 को पहली बार सीएम बने थे और उनका यह कार्यकाल 28 दिसंबर 2014 तक रहा था। शपथ लेने के करीब दो घंटे पहले सोरेन ने सोशल मीडिया एक्स पर 31 जनवरी की वह फाइल फोटो शेयर की, जिसमें वह राज्यपाल को इस्तीफा सौंप रहे थे। इस तस्वीर के साथ सोरेन ने लिखा, “हर अन्याय को पता है कि एक दिन उसे न्याय परास्त करेगा। जय झारखंड।”

चंपई ने बुधवार को सौंपा था इस्तीफा

 

झारखंड के तत्कालीन सीएम चंपई सोरेन ने बुधवार शाम 7.15 बजे राजभवन पहुंचकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को इस्तीफा सौंपा था। इसके साथ ही सत्तारूढ़ गठबंधन के नए नेता हेमंत सोरेन ने नई सरकार के लिए दावा पेश करते हुए 45 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को दिया था। इसके बाद गुरुवार दोपहर करीब 1.30 बजे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री नियुक्त करते हुए सरकार बनाने का आमंत्रण दिया था।