हाथरस में नारायण साकार हरि के नाम से फेमस सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ में 121 लोगों की जान जाने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ भी एक्शन मोड में है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना का पूरा ब्योरा रखा। उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर उनके बयान को लेकर पलटवार भी किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों की आदत ऐसी दुखद और दर्दनाक घटनाओं का राजनीतिकरण करने की होती है। इन लोगों का स्वभाव चोरी भी और सीनाजोरी भी का होता है। सबको पता है कि सज्जन की फोटों किसके साथ हैं और उनके किन लोगों से राजनीतिक संबंध हैं। आपने देखा होगा कि पिछले दिनों रैलियों के दौरान, भगदड़ कहां हुई और इसके पीछे कौन था? हमारे लिए यह जानना जरूरी है। जो लोग निर्दोष लोगों की जान से खेलते हैं, उन्हें इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।
हादसे के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने हाथरस कांड को लेकर बीजेपी सरकार पर काफी सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि प्रशासन ना तो भीड़ का अनुमान लगा सका और ना ही हादसे हो जाने के बाद एंबुलेंस और इलाज की सही से व्यवस्था कर पाया।
अखिलेश ने सीएम योगी के हाथरस दौरे पर भी सीधा हमला किया था। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री के हाथरस चले जाने से पीड़ितों का दुख कम या खत्म नहीं हो जाएगा। भोले बाबा को अरेस्ट किए जाने को लेकर जब उनके सवाल किया तो उन्होंने कहा कि किस बाबा को अरेस्ट कराउं। यहां पर दो-दो बाबा हैं। अखिलेश का कहना था कि हाईलेवल जांच से भी कुछ नहीं होने वाला है। केंद्र और राज्य दोनों में ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि भीड़ बढ़ती देख प्रशासन अलर्ट क्यों नहीं हुआ।
हाथरस के सिकंदरराऊ इलाके के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से फेमस भोले बाबा के सत्संग में काफी लोगों की भीड़ पहुंच गई थी। कार्यक्रम खत्म होने के बाद बाबा के पैर छूने के लिए लोगों के बीच भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए आगे बढ़ते गए। इस घटना में करीब 121 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं, कई लोग घायल हो गए हैं। उनका हाथरस, एटा और आसपाल के जिलों में इलाज जारी है।