Sushil Modi Cancer: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी का सोमवार रात निधन हो गया। अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान दिल्ली (AIIMS Delhi) में उन्होंने अंतिम सांसे ली। सुशील कुमार मोदी की उम्र करीब 72 साल थी और वह गले के कैंसर से पीड़ित थे। 7 महीने पहले ही उन्हें इस बात का इल्हाम हुआ था जब गले में दर्द के बाद जांच कराई थी। इसके बाद से ही उनका यहां पर ईलाज चल रहा था। सुशील मोदी का जन्म 5 जनवरी 1952 को पटना में हुआ था। पिता का नाम मोती लाल मोदी और माता का नाम रत्ना देवी था। उन्होंने पत्नी प्रोफेसर जेस्सी ईसाई धर्म से हैं। उनके दो बेटे हैं उत्कर्ष तथागत और अक्षय अमृतांक्षु है।
कैंसर से जूझ रहे सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने तीन अप्रैल को एक्स हैंडल पर लिखा था कि उन्होंने पीएम मोदी को बता दिया है कि वह लोकसभा चुनाव में कुछ नहीं कर पाएंगे। उन्होंने पोस्ट किया था कि “पिछले 6 महीने से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं. अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है. लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा. PM मोदी को सब कुछ बता दिया है, देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित.”
गौरतलब है कि बिहार में नीतीश कुमार, लालू यादव सहित देश के कई नेताओं की तरह सुशील मोदी भी जेपी आंदोलन से राजनीति में आए थे। 70 के दशक से राजनीति शुरू की और फिर वह RSS से जुड़ गए। छात्र राजनीति की शुरुआत 1971 में की और 1990 में पटना केन्द्रीय विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा पहुंचे। 2004 में वे भागलपुर से लोकसभा पहुंचे और 2005 में उन्होंने संसद सदस्यता से इस्तीफा दिलवाकर बिहार का उपमुख्यमंत्री बनाया गया। यहां वह विधान परिषद के सदस्य बने।
गृहमंत्री अमित शाह ने सुशील मोदी के निधन दुख जताया है। उन्होंने X में लिखा, ‘हमारे वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी जी के निधन की सूचना से आहत हूं। आज बिहार ने राजनीति के एक महान पुरोधा को हमेशा के लिए खो दिया। ABVP से भाजपा तक सुशील जी ने संगठन व सरकार में कई महत्त्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया। उनकी राजनीति गरीबों व पिछड़ों के हितों के लिए समर्पित रही।उनके निधन से बिहार की राजनीति में जो शून्यता उभरी है, उसे लंबे समय तक भरा नहीं जा सकता। दुःख की इस घड़ी में पूरी भाजपा उनके शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति शांति’