संस्कारों व संगत का बच्चों पर गहरा असर: साध्वी उदितयशा

तेरापंथ महिला मंडल की पौध को सींचे कार्यशाला

बेंगलूरु. तेरापंथ महिला मंडल, राजाजीनगर के त्वावधान में पौध को सींचे कार्यशाला का आयोजन साध्वी उदितयशा ठाणा 4 के सान्निध्य में किया गया। लक्ष्मीलाल रोशनलाल कोठारी की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष उषा चौधरी ने स्वागत किया।


साध्वी उदितयशा ने कहा कि अभिभावकों को हमेशा क्षमाभाव और कृतज्ञ भाव को साथ रखना चाहिए। माता की क्रिया से ही सही व गलत के संस्कार उसमें संप्रेषित होते हैं। वह गर्भ से ही माता के जरिए बाहरी दुनिया व संस्कारों से परिचित होता है क्योंकि संस्कार और संगत का बच्चों पर बहुत असर होता है।
प्रशिक्षक लता नवलखा ने कहा कि बच्चों में जिम्मेदारी के गुण को विकसित करना चाहिए। बच्चों की प्रतिभा की पहचान करें और उनके सपनों को पूरा करने में हरसंभव मदद करें।
संचालन सहमंत्री सरिता संचेती ने किया। संगठन मंत्री रंजीता बोथरा ने आभार ज्ञापित किया।