29
दर्शक
दर्शक
केंद्र सरकार ने ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ को खत्म कर दिया है। इस फैसले के तहत अब कक्षा 5 और 8 की वार्षिक परीक्षा में असफल छात्रों को प्रमोट नहीं किया जाएगा बल्कि उनको फेल कर दिया जाएगा।
केंद्र सरकार ने ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ को खत्म कर दिया है। इस फैसले के तहत अब कक्षा 5 और 8 की वार्षिक परीक्षा में असफल छात्रों को प्रमोट नहीं किया जाएगा बल्कि उनको फेल कर दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के फैसले की जानकारी दी है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि आज हमने यह निर्णय लिया है कि पांचवीं और आठवीं में प्रयास करने के बाद भी डिटेंशन की जरूरत पड़े तो उसी के बाद डिटेन किया जाए।
इस निर्णय के पीछें क्या है सरकार का मकसद
इसमें यह भी प्रावधान किया है आठवीं कक्षा तक के स्कूलों से बच्चों को निष्कासित नहीं किया जाए। उन्होंने आगे कहा, “हम चाहते हैं कि हर एक बच्चे के अंदर सीखने की इच्छा बढ़े और इसको प्रयास में लाने के लिए उन बच्चों पर ध्यान दिया जाएगा, जो पढ़ाई में किसी कारणवश अच्छे नहीं है। इसलिए उन पर विशेष ध्यान दिया जा सकेगा। रूल में बदलाव आने के बाद यह संभव हो पाएगा और बच्चों में सीखने की लगन बढ़ेगी।” ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ खत्म होने के बाद कक्षा 5 और 8 की वार्षिक परीक्षा में असफल छात्रों को फेल किया जाएगा। फेल छात्रों को दो महीने के भीतर पुन: परीक्षा का अवसर मिलेगा और इसमें भी फेल होने पर उन्हें अगली कक्षा में प्रोन्नत नहीं किया जाएगा। किसी भी छात्र को स्कूल से नहीं निकाला जाएगा।दो महीने में दोबारा देना होगा एग्जाम
अब 5वीं और 8वीं कक्षा में फेल होने वाले छात्रों को रिजल्ट आने के दो महीने के अंदर दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलेगा। लेकिन अगर वे दोबारा इस एग्जाम में फेल हो जाते हैं, तो उन्हें प्रमोट नहीं किया जाएगा। हालांकि ऐसे में कोई भी स्कूल 8वीं कक्षा तक किसी भी छात्र को बाहर नहीं कर सकता है।Become a Member to get a detailed story
- Access to all paywalled content on-site
- Ad-free experience across The PABNA
- Listen to paywalled content
- Early previews of our Special Projects
टिप्पणियाँ
0 टिप्पणी