पीएम सूर्य घर योजना

पीएम सूर्य घर योजना में अब रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगवाना और भी आसान हो गया है। इसके लिए बैंक से आसान किस्तों पर साधारण ब्याज पर लोन की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। साथ ही सब्सिडी भी मिलेगी।

यूपीनेडा (उप्र. नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा अभिकरण) पीएम सूर्य घर योजना में अब रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगवाना और भी आसान हो गया है। इसके लिए बैंक से आसान किस्तों पर साधारण ब्याज पर लोन की सुविधा भी शुरु कर दी गई है। सब्सिडी आने के बाद बची हुई रकम पर ही ब्याज लिया जाएगा। अलीगढ़ में परियोजना अधिकारी अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि पहले लोगों को पूरी रकम देकर योजना का लाभ लेना था। इसके चलते लोग इस योजना में कम रुचि दिखा रहे थे।मगर, अब सरकार ने लोगों के लिए सहूलियत कर दी है। अब किस्तों पर भी सोलर पावर प्लांट लगाया जा सकता है। बैंक की तरफ से लोन की सुविधा भी उपलब्ध है। लोन की सुविधा दो किलो वाट के प्लांट से शुरु होती है। 7 प्रतिशत ब्याज की दर पर आसान किस्तों में सोलर रूफटॉप लगवाया जा सकता है। पर किलोवाट 60 हजार रुपये का खर्च है। 2 किलोवाट के प्लांट पर 70 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। जिसमें 60 हजार रुपये केंद्र व 30 हजार रुपये राज्य सरकार अनुदान देगी। चार वर्षों के लिए एक हजार रुपये माह की ईएमआई भरनी होगी। 

इस क्रम में 3 किलोवाट के प्लांट पर 60 प्रतिशत की सब्सिडी के साथ 78 हजार रुपये केंद्र व 30 हजार रुपये राज्य सरकार देगी। इसमें 1800 रुपये की किस्त बनेगी। इसी तरह 4 किलोवाट के प्लांट में 45 प्रतिशत के अनुदान पर केंद्र की तरफ से 78 हजार रुपये व राज्य सरकार की ओर से 30 हजार रुपये की सब्सिडी मिलेगी। पांच किलोवाट पर 40 प्रतिशत के अनुदान के साथ केंद्र की ओर से 78 हजार व राज्य की तरफ से 30 हजार की सब्सिडी दी जाएगी। परियोजना अधिकारी के मुताबिक प्लांट लगवाने से बिजली बिल की दो तिहाई बचत होगी। बैंक मे अनुदान की राशि आने के बाद बची हुई रकम पर ही ब्याज लिया जाएगा।

विभाग के पास 34 हजार लोगों के आवेदन आए
मई में महज डेढ़ हजार आवेदन होने के बाद संख्या आगे नहीं बढ़ सकी थी। उस दौरान पोर्टल की समस्या बताई गई। साथ ही लोगों पर एक साथ इतनी रकम होना भी मुमकिन नहीं था। सब्सिडी की धनराशि भी दो से तीन माह में आती है। इसके चलते लोग योजना से दूरी बनाने लगे। विभाग को 70 हजार घरों की छतों पर सोलर पावर प्लांट लगाने का लक्ष्य मिला था। मगर, अब लोन की सुविधा होने से लोगों ने इस योजना में रुचि दिखाना शुरु कर दिया है। परियोजना अधिकारी के मुताबिक अब तक विभाग के पास करीब 34 हजार लोगों के आवेदन आ चुके हैं।