बैंक धोखाधड़ी: सरकारी बैंकों से अधिक सुरक्षित हैं प्राइवेट बैंक, जानें कैसे RBI की नई रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

बैंक धोखाधड़ी: आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023-24 में बैंक धोखाधड़ी के मामलों में 166 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिससे कुल मामले 36,075 तक पहुंच गए हैं। हालांकि, धोखाधड़ी से जुड़ी राशि 2022-23 के मुकाबले 47 प्रतिशत घटकर 13,930 करोड़ रुपए रह गई है।

Bank Fraud : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7 प्रतिशत की दर से बढऩे का अनुमान लगाया है। आरबीआई ने गुरुवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने 2023-24 में मजबूत गति से विस्तार किया, जिससे वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर बढक़र 7.6 प्रतिशत हो गई। देश की विकास दर लगातार तीसरे वर्ष 7 प्रतिशत या उससे अधिक रही। आरबीआई ने कहा कि मजबूत निवेश मांग के दम पर भारत की जीडीपी वृद्धि मजबूत हुई है। इसे बैंकों व कॉरपोरेट जगत की स्वस्थ बैलेंस शीट, पूंजीगत व्यय पर सरकार के ध्यान देने और विवेकपूर्ण मौद्रिक, नियामक और राजकोषीय नीतियों से समर्थन मिला है। आरबीआई की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, प्राइवेट से ज्यादा सरकारी बैंकों में धोखाधड़ी के मामले सामने आए है।

सरकारी बैंकों में तीन गुणा ज्यादा धोखाधड़ी

2023-24 में 166 प्रतिशत बैंक धोखाधड़ी के मामले बढ़े, हालांकि ठगी की राशि 47 फीसदी घटी है। 29,082 ठगी के मामले यानी 81 प्रतिशत धोखाधड़ी के मामले क्रेडिट-डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग से संबंधित, लोन से जुड़े फर्जीवाड़े के 4,133 मामले है। 24,210 धोखाधड़ी के मामले प्राइवेट बैंकों में जिसमें 3,170 करोड़ रुपए की ठगी हुई, वहीं सरकारी बैंकों में फ्रॉड के 7,472 मामलों में 10,507 करोड़ रुपए की ठगी हुई।

आरबीआई के बही-खाते का आकार 2023-24 में 11.08 प्रतिशत बढक़र 70.47 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यही वजह है कि वह सरकार को 2.11 लाख करोड़ रुपए का लाभांश दे पाया। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023-24 में बैंक धोखाधड़ी के मामले 166 प्रतिशत बढक़र 36,075 हो गए, हालांकि इनमें ठगी गई रकम 2022-23 के मुकाबले 47 प्रतिशत घटकर 13,930 करोड़ रुपए रह गई।

महंगाई दर घटने की उम्मीद

आरबीआई ने कहा कि देश में खुदरा महंगाई दर और तेजी से घटने की उम्मीद है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोग मांग में तेजी आएगी। हालांकि भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक वित्तीय बाजारों में अस्थिरता, कमोडिटीज की कीमतों में उतार-चढ़ाव और मौसम संबंधी घटनाक्रम महंगाई को बढ़ा सकते हैं।

ठगी की राशि घटी, मामले बढ़े

साल : राशि : मामले

2020-21 : 1,18,417 : 7,263

2021-22 : 9,046 : 45,358

2022-23 : 26,127 : 13,564

2023-24 : 13,930 : 36,075

(धोखाधड़ी की राशि करोड़ रुपए में)

इन वजहों से बढ़ा आरबीआई का बैलेंसशीट

विवरण इजाफा

विदेशी निवेश 13.90 प्रतिशत

गोल्ड 18.26 प्रतिशत

लोन-एडवांस 30.05 प्रतिशत

आरबीआई एनुअल रिपोर्ट

822.10 टन सोना आरबीआई के पास, जिसमें 308.03 टन सोना 31 मार्च 2024 तक जारी किए जाने वाले नोट के समर्थन के लिए रखा। आरबीआइ का बैलेंसशीट 11.08 प्रतिशत बढ़कर 70.47 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो 2022-23 में 63.45 लाख करोड़ रुपए था।