पुतिन और शी जिनपिंग ने मिलकर यूक्रेन के खिलाफ बनाया ऐसा ‘प्लान’, खौफ में आ गई दुनिया!

पुतिन की चीन यात्रा: प्रधानमंत्री ने कहा कि वे चीन के शांति प्रस्ताव की वकालत कर रहे हैं। साथ ही जिनपिंघ ने गाजा संकट के समाधान को लेकर कहा कि वे फिलिस्तीन के स्वतंत्र देश की मांग का समर्थन करते हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि उनके संबंध दुनिया में संतुलन और स्थिरता की भूमिका निभाते हैं।

Putin China Visit: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) गुरुवार को दो दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे। यहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) से मुलाकत के बाद दोनों नेताओं की ओर से एक संयुक्त बयान जारी किया गया। इस दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच ‘रणनीतिक’ संबंधों की प्रशंसा की। चीनी राष्ट्रपति ने बिना कोई विवरण दिए कहा कि बीजिंग और मॉस्को इस बात पर सहमत हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War)का ‘राजनीतिक समाधान होना चाहिए। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को लेकर चीन के शांति प्रस्ताव की वे सराहना करते हैं। साथ ही जिनपिंग ने गाजा संकट के समाधान को लेकर कहा कि वे फिलिस्तीन के स्वतंत्र देश की मांग का समर्थन करते हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि उनके संबंध दुनिया में संतुलन और स्थिरता की भूमिका निभाते हैं। दोनों देश दुनिया में एक न्यायपूर्ण और लोकतांत्रिक वर्ल्ड ऑर्डर की रक्षा करते हैं।

 

दोनों देशों में न्यूक्यिर सहयोग

इस मौके पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि वह रूस में चीनी कार निर्माताओं का स्वागत करते हैं। पुतिन का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि, अमरीका द्वारा चीन के इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैरिफ को चार गुना बढ़ाकर 100% करने की घोषणा की गई है। पुतिन ने यह भी कहा कि रूस की न्यूक्लियर ऊर्जा एजेंसी रोस्तम चीन में नए न्यूक्लियर संयंत्रों की स्थापना में मदद कर रहा है।

राजनयिक संबंधों की 75वीं सालगिरह

चीन के साथ राजनयिक संबंधों की 75वीं सालगिरह पर बीजिंग पहुंचे पुतिन ने कहा, राष्ट्रीय हितों और आपसी विश्वास के आधार पर रूस के साथ रणनीतिक साझेदारी के निर्माण में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अहम भूमिका निभाई है। दोनों देशों के बीच स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की वजह से ही मैंने एक बार फिर रूस के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद चीन का सबसे पहला दौरा करने का फैसला किया। गौरतलब है कि पुतिन ने हाल ही में पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी। पुतिन ने इस दौरे से अपनी प्राथमिकताओं को लेकर दुनिया को एक मैसेज दिया है। पुतिन ने बता दिया है कि शी जिनपिंग से उनके संबंध बहुत मायने रखते हैं।

मिनी मॉस्को जाएंगे पुतिन

साथ ही चीन और रूस ने इस मौके पर नए समझौतों की एक श्रृंखला पर हस्ताक्षर करते हुए अपने बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार की सराहना की। पुतिन शुक्रवार को हार्बिन जा रहे हैं, जो चीन के उत्तर-पूर्व में स्थित एक शहर है जो रूस के साथ अपने समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों के लिए जाना जाता है। करीब 1 करोड़ की आबादी वाले इस इलाके को मिनी मॉस्को भी कहा जाता है और यहां लोग रूसी भाषा भी सीखते हैं। 

10 समझौतों पर हस्ताक्षर

मास्को. यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को दो दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, मेरे पुराने मित्र, हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए तीसरे बेल्ट एंड रोड फोरम में आपकी भागीदारी का स्वागत करते है। पुतिन ने भी बीआरआइ को जरूरी बताया। दोनों के बीच लगभग 10 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिनमें सैन्य अभ्यास का विस्तार भी शामिल था। साथ ही पुतिन ने चीन से राजनयिक संबंधों के 75 साल का हवाला देते हुए कहा कि दोनों की मित्रता हमेशा के लिए है। दोनों नेताओं ने कहा कि उनके संबंध दुनिया में संतुलन और स्थिरता की भूमिका निभाते हैं। वे एक न्यायपूर्ण और लोकतांत्रिक वल्र्ड ऑर्डर की रक्षा करते हैं। साथ ही यूक्रेन के ‘राजनीतिक समाधान’ की वकालात की गई।