गोरखपुर में एकता यात्रा निकाली गई जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल हुए, इस दौरान सीएम हजारों की भीड़ के साथ दो किमी पैदल चले। सीएम ने कहा कि आज जब वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर कार्यक्रम शुरू हुए तो विपक्षियों में बौखलाहट शुरू हो गई। समाजवादी पार्टी के एक सांसद ने खुलेआम विरोध करना शुरू कर दिया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के स्कूलों में वंदे मातरम् अनिवार्य करने का ऐलान किया है। गोरखपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि प्रदेश के हर स्कूल में "वंदे मातरम" राष्ट्रगीत को अनिवार्य करेंगे।
सीएम ने कहा कि ऐसे लोगों को पहचानना पड़ेगा जो सरदार पटेल की जयंती कार्यक्रम में शामिल नहीं होते, लेकिन जिन्ना को सम्मान देने के कार्यक्रम में शर्मनाक तरीके से शामिल होते हैं। ये उग्रवाद, आतंकवाद, नक्सलवाद लगातार भारत की एकता और अखंडता को चुनौती दे रहा है। जो भी क्रांतिकारियों का अपमान करते हैं, वे अलगाववादी ताकतों को बढ़ाने का दुस्साहस करते हैं। जो जाति, क्षेत्र के नाम पर समाज को बांट रहे हैं, उन्हें पहचानें।सीएम ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 31 अक्टूबर राष्ट्रीय एकता के रूप में मनाया जाने लगा है।
भारतीय महापुरुषों के अपमान कर यह दूसरा जिन्ना पैदा करने की लगातार साजिश कर रहे हैं। हमें याद रखना होगा कि भारत के अंदर कोई नया जिन्ना पैदा न होने पाए। जिन्ना अगर पैदा होने का साहस करता है तो उसे दफन करके रख देना होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि ये एकता पदयात्रा लौह पुरुष भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर निकाली जा रही है। 25 नवंबर तक प्रदेशभर में आयोजन होंगे। हर विधानसभा में 10 किमी की यात्रा निकाली जाएगी।
सोमवार को सीएम योगी ने टाउनहाल स्थित महात्मा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पदयात्रा शुरू की। पूरी यात्रा में देशभक्ति नारे गूंजे। योगी पर लोगों ने पुष्पवर्षा की। गोलघर काली मंदिर तक 2 किमी योगी पैदल आए। यहां सरदार पटेल की प्रतिमा पर माला चढ़ा कर श्रद्धांजलि देकर सीएम यात्रा से निकल गए, यात्रा फिर आगे बढ़ते हुए लगभग दस किमी की दूरी तय कर गीता वाटिका पर खत्म हुई।