प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार शाम दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। उनके स्वागत में काशीवासियों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा की। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार की सुबह बनारस स्टेशन के प्लेटफार्म नं. आठ से चार वंदेभारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ट्रेन में यात्रा करने वाले स्कूली बच्चों से भी मिले। उन्होंने कार्यक्रम में आए लोगों का संक्षिप्त संबोधन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बनारस रेलवे स्टेशन से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को झंडी दिखाई। ये नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर चलेंगी। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने भोजपुरी में की। उन्होंने कहा, ‘ इ पावन नगरी में आप सब लोगन के, काशी के सब परिवारजन के हमार प्रणाम। हम देखनी देव दीपावली पर कितना अद्भुत आयोजन भईल, आज का दिन भी बड़ा शुभ है।उन्होंने कहा कि दुनिया भर के विकसित देशों में आर्थिक विकास का एक बड़ा कारण बुनियादी ढांचा रहा है। जिन देशों ने बहुत प्रगति और विकास देखा है, वहां बुनियादी ढांचे का विकास उनकी प्रगति के पीछे एक बड़ी ताकत रहा है। कितने हवाई अड्डे बने हैं, कितनी वंदे भारत ट्रेनें चली हैं, ये सभी चीजें विकास से जुड़ी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज वंदे भारत, नमो भारत, अमृत भारत ट्रेनें भारतीय रेलवे की अगली पीढ़ी की नींव रख रही हैं। वंदे भारत भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए बनाई गई एक ऐसी ट्रेन है जिस पर हर भारतीय को गर्व है। आज जिस तरह भारत ने विकसित भारत के लिए अपने संसाधनों को बेहतर बनाने का अभियान शुरू किया है, ये ट्रेनें उसमें मील का पत्थर बनने जा रही हैं। आज 160 से ज्यादा वंदेभारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है। इन ट्रेनों को देखकर विदेशी यात्री भी अचंभित होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रयागराज, अयोध्या, हरिद्वार, चित्रकूट, कुरुक्षेत्र जैसे अनेक तीर्थस्थल हमारी आध्यात्मिक यात्रा के केंद्र हैं। आज जब इन पवित्र स्थलों को वंदे भारत नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है, तो एक ओर भारत की संस्कृति, आस्था और विकास यात्रा का एकीकरण हुआ है। यह भारत के विरासत शहरों को देश के विकास का प्रतीक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि बनारस आना, बनारस में रहना और बनारस की सुविधाओं को जीना, सबके लिए खास अनुभव बने। उन्होंने काशी में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। 10-11 साल पहले किसी एक गंभीर बीमारी का इलाज करना मुश्किल था। लोगों का केवल एक विकल्प बीएचयू होता था। लोगों को पूरी- पूरी रात खड़े रहने के बाद भी इलाज नहीं मिल पाता था। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने पर इलाज के लिए लोग परेशान थे। काशी के लोगों की सारी चिंताओं को दूर करते हुए हमारी सरकार ने महामना कैंसर अस्पताल समेत कई अस्पताल बना दिया। इससे पूर्वांचल समेत आसपास के राज्यों के लिए आयुष्मान भारत और जन औषधि केंद्र की वजह से आज गरीबों को लाभ मिल रहा है। लाखों लोगों के करोड़ों रुपये की बचत हो रही है।
चार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने से पहले पीएम मोदी ने ट्रेन के अंदर कुछ स्कूली बच्चों से संवाद भी किया। पीएम ने उनसे पढ़ाई, दिनचर्या, कॅरियर, लक्ष्य, परिवार समेत कई विषयों पर बात की और जीवन में आगे बढ़ने तथा देश के विकास में सहभागी बनने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि काशी का सांसद होने के नाते मुझे बहुत सुखद अनुभव हुआ कि हमारी काशी में ऐसे प्रतिभाशाली बच्चे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों को ज्यादा समय नहीं मिला था लेकिन उन्होंने जो चित्र बनाए, जो कविताएं सुनाईं, उन्हें देख, सुनकर मुझे बहुत गर्व हुआ। एक बच्चे जिसके हाथ में तकलीफ का खास तौर पर जिक्र करते हुए उन्होंने उसके द्वारा बनाए गए चित्र की तारीफ की। प्रधानमंत्री ने इन बच्चों के अध्यापकों और माता-पिता को भी बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि खजुराहो जाने वाली वंदेभारत ट्रेन विंध्याचल, प्रयागराज, चित्रकूट जैसे आध्यात्मिक धारा के केंद्रों को जोड़ेंगी। ये यात्राएं केवल देव दर्शन का मार्ग नहीं है बल्कि भारत की पवित्र आत्मा को जोड़ने वाली परम्परा हैं। वंदेभारत से इन्हें जोड़ना भारत की विरासत के शहर को देश का प्रतीक बनाने का अहम कदम है।
यूपी में तीर्थाटन नए मुकाम पर पहुंचाप्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में यूपी में हुए विकास कार्यों की वजह तीर्थाटन नए मुकाम पर पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल 11 करोड़ श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन को काशी आए। वहीं, राम मंदिर निर्माण के बाद छह करोड़ से ज्यादा लोग दर्शन-पूजन को पहुंचे। इससे यूपी की अर्थव्यवस्था को हजारों करोड़ का लाभ हुआ। होटल, परिवहन, नौकायन, पर्यटन, बनारसी साड़ी समेत छोटे व्यापारियों को इसका सीधा फायदा मिला। आज बनारस के सैकड़ों नौजवान ट्रांसपोर्ट, बनारसी साड़ी समेत नए व्यापार शुरू कर रहे हैं। काशी में समृद्धि का द्वार खुल रहा है।