उत्तर प्रदेश में विधानसभा का मानसून सत्र 29 जुलाई को शुरू हो गया, जोकि 2 अगस्त को सत्र का आखिरी दिन है। बिजली आपूर्ति पर विपक्ष के सवाल का जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री ने बताया कि राज्य में समाजवादी पार्टी के शासन की तुलना में कई गुना बिजली की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा बिजली आपूर्ति वाला राज्य है।
उन्होंने बताया, “इस बार बारिश अनियमित तरीके से हुई और उमस भी रिकॉर्ड तोड़ रही। इसके बावजूद हमारे बिजली विभाग के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के निर्देश और नेतृत्व में बिजली आपूर्ति की। उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा बिजली आपूर्ति करने वाला राज्य है।”
प्रदेश में 30,618 मेगावाट की बिजली आपूर्ति हो रही है: ऊर्जा मंत्री
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राज्य में 30,618 मेगावाट की बिजली आपूर्ति हो रही है, जो भारत के इतिहास में किसी राज्य द्वारा सबसे ज्यादा है। इस मामले में पहले महाराष्ट्र सबसे आगे हुआ करता था, लेकिन बीते कई महीने से यूपी सबसे ज्यादा बिजली आपूर्ति वाला राज्य बन गया है।
सपा शासन काल में यूपी में हो रही बिजली आपूर्ति को लेकर ए.के. शर्मा ने कहा, “हमारी सरकार सपा के शासनकाल से ढाई गुना ज्यादा बिजली दे रही है, और उनका कहना है कि बिजली नहीं है। वर्ष 2013-14 में अधिकतम लोड 12,327 मेगावाट था, जो अब 30,618 मेगावाट है। पूरे साल में सपा की सरकार ने 8,159.8 करोड़ यूनिट की आपूर्ति की थी। हमने पिछले साल 2023-24 में 14,770.1 करोड़ यूनिट की आपूर्ति की।”
उन्होंने कहा कि सपा सरकार के अधूरे कामों को योगी सरकार ने पूरा किया। भारत सरकार की मदद से और विद्युतीकरण के लिए करोड़ों रुपये की योजना मंजूर करवाई गई है।उन्होंने बताया कि योगी सरकार में किसानों के बिजली बिल माफ कराए गए। सपा के शासनकाल के मुकाबले तीन गुना कनेक्शन दिये जा रहे हैं। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि किसानों को सिंचाई के लिए पहले जहां 10 घंटे बिजली दी जाती थी, अब उसे 12 घंटे कर दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि किसानों को सबसे ज्यादा बिजली देने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।