इंसान के दिमाग का छोटा हिस्सा सुपर कंप्यूटर पर भारी है।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क का एक विस्तृत 3डी नक्शा विकसित किया है।

वॉशिंगटन. इंसान के दिमाग के सिर्फ एक क्यूबिक मिलीमीटर हिस्से में भी पूरा संसार हो सकता है। दिमाग के इस खजाने को देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं। अमरीका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इंसानी दिमाग के एक हिस्से का सबसे विस्तृत 3डी मैप तैयार किया है। इसमें हर न्यूरॉन, ब्लड वेसल्स और सपोर्टिंग सेल्स नजर आ रही हैं। मैप में हमारे दिमाग के कुल आयतन का दस लाखवां भाग दिखाया गया है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस 3डी मैप से न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स, ब्रेन स्ट्रक्चर के बारे में नई खोज के रास्ते खुलेंगे।अर्थ डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक इंसानी दिमाग का 3डी मैप देखने में घने जंगल जैसा नजर आता है। इसमें हजारों न्यूरॉन्स मौजूद हैं। सिर्फ एक क्यूबिक मिलीमीटर के 3डी मैप का साइज 1.4 पेटाबाइट्स है। यानी हमारे दिमाग का छोटा-सा हिस्सा भी बड़े-बड़े सुपरकंप्यूटर्स को मात दे सकता है। मैप में सिंगल न्यूरॉन (सफेद रंग में) को 5,600 एक्सॉन (नीले रंग में) के साथ दिखाया गया है, जो इससे जुड़ते हैं। कनेक्शन बनाने वाले सिनैप्स हरे रंग में दिखाए गए हैं।

एक दशक तक एकत्रित किए गए सैंपल्स

मैप में न्यूरॉन का कोशिका शरीर (केंद्रीय कोर) करीब 14 माइक्रोमीटर चौड़ा है। मैप और शोध साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है। शोध के लिए एक दशक तक सैंपल्स एकत्रित किए गए। शोधकर्ताओं ने दिमागी टिश्यू के एक छोटे-से टुकड़े के भीतर करीब हर न्यूरॉन और उसके कनेक्शन की 3डी इमेज बनाई। नीले न्यूरॉन्स निरोधात्मक (इनहिबिटरी) हैं। लाल, नारंगी, पीले और हरे रंग के एक्साटेटरी न्यूरॉन्स आकार के अनुसार हैं।

दूसरे हिस्सों का अनुमान मुश्किल

मैप के फोटो में एक एक्सॉन (नीले रंग में) कांटेदार डेन्ड्राइट (हरे रंग में) पर चढ़ रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नक्शा दिमाग के छोटा-से टुकड़े का है, इसलिए सिर्फ इसके आधार पर दिमाग के अन्य क्षेत्रों के बारे में अनुमान नहीं लगाया जा सकता। सटीक अनुमान के लिए ऐसे और ज्यादा नक्शों की जरूरत होगी।